सैलून में सिर धोते वक्त हो सकता है स्ट्रोक! जानिए क्या है ‘ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम’

क्या कभी सोचा है कि सैलून में आराम से किया गया हेयर वॉश भी स्ट्रोक का कारण बन सकता है? मेडिकल रिपोर्ट्स के अनुसार, ‘ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम’ एक ऐसी दुर्लभ लेकिन गंभीर स्थिति है जिसमें गर्दन को ज़्यादा पीछे झुकाने से मस्तिष्क तक रक्त प्रवाह बाधित हो सकता है। इससे वर्टिब्रल आर्टरी डिसेक्शन और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। न्यूरोलॉजिस्ट्स का कहना है कि यह समस्या खासकर बुज़ुर्गों, ब्लड प्रेशर या सर्वाइकल दर्द वाले मरीजों में देखी जाती है। जानिए इस रिपोर्ट में — क्या है यह सिंड्रोम, इसके लक्षण क्या हैं, किन लोगों को ज़्यादा खतरा है और सैलून विज़िट के दौरान किन सावधानियों से आप इस अनदेखे खतरे से बच सकते हैं।

LATEST NEWSHEALTH TIPS

ASHISH PRADHAN

10/14/20251 min read

ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम और स्ट्रोक के जोखिम के बारे में जागरूकता को दर्शाता मेडिकल चित्रण
ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम और स्ट्रोक के जोखिम के बारे में जागरूकता को दर्शाता मेडिकल चित्रण

हेयर वॉश से स्ट्रोक का खतरा: क्या है ‘ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम’?

(Beauty Parlour Stroke Syndrome: एक अनदेखा खतरा जो हर सलून विज़िट में छिपा है)

परिचय

हममें से ज़्यादातर लोग सलून में आराम से सिर धोते हैं और सिर की मसाज का आनंद लेते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह आरामदेह पल कभी-कभी गंभीर ख़तरे में बदल सकता है?
हाल ही में कुछ मेडिकल रिपोर्टों और केस स्टडीज़ में एक अनोखी स्थिति का ज़िक्र किया गया — ‘ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम’ (Beauty Parlour Stroke Syndrome)। इसमें बताया गया कि सलून में हेयर वॉश के दौरान गर्दन को पीछे झुकाने की मुद्रा (neck hyperextension) कभी-कभी मस्तिष्क तक रक्त प्रवाह को बाधित कर सकती है, जिससे स्ट्रोक (stroke) जैसी गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

क्या है ‘ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम’?

‘ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम’ वास्तव में वर्टिब्रल आर्टरी डिसेक्शन (Vertebral Artery Dissection) का परिणाम है।
यह स्थिति तब होती है जब गर्दन को लंबे समय तक या बहुत ज़्यादा कोण पर पीछे झुकाया जाता है। इस दौरान गर्दन की नसें (vertebral arteries) — जो मस्तिष्क तक खून पहुँचाती हैं — खिंच सकती हैं या उनमें चोट आ सकती है।
इससे रक्त प्रवाह रुक सकता है या थक्का (clot) बन सकता है, जो आगे चलकर स्ट्रोक का कारण बन सकता है।

लक्षण जिन्हें नज़रअंदाज़ न करें

अगर आपने हाल ही में पार्लर या सलून में हेयर वॉश कराया है और उसके बाद नीचे दिए गए लक्षण दिखें —
तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:

  • अचानक चक्कर आना या सिर घूमना

  • धुंधला या दोहरा दिखाई देना

  • बोलने या चलने में कठिनाई

  • चेहरे या हाथ-पैर में सुन्नपन या कमजोरी

  • तेज़ सिरदर्द या उल्टी की इच्छा

विशेषज्ञ क्या कहते हैं?

कई न्यूरोलॉजिस्ट्स का कहना है कि यह स्थिति बहुत दुर्लभ (rare) है, लेकिन संभावना शून्य नहीं। दिल्ली के न्यूरोस्पेशलिस्ट डॉ. आशीष शर्मा के अनुसार:

“हर साल कुछ मरीज ऐसे आते हैं जिनमें वर्टिब्रल आर्टरी डिसेक्शन का कारण सलून में सिर धोते समय गर्दन का ज़्यादा झुकना पाया गया। यह स्थिति खासकर बुज़ुर्गों, ब्लड प्रेशर या ब्लड क्लॉटिंग डिसऑर्डर वाले मरीजों में देखी गई है।”

किन लोगों को ज़्यादा खतरा?
  • जिनको पहले से हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़ या हृदय रोग हैं

  • जिनकी गर्दन की हड्डियाँ कमजोर हैं (जैसे सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस वाले मरीज)

  • बुज़ुर्ग महिलाएँ, जिनमें रक्त वाहिकाओं की लोच (elasticity) कम होती है

  • स्मोकर्स और मोटापे से ग्रस्त लोग

सावधानी बरतें — और स्ट्रोक के खतरे से बचें
  1. गर्दन को ज़्यादा पीछे न झुकाएँ – सलून स्टाफ को कहें कि कुर्सी की ऊँचाई या एंगल समायोजित करें।

  2. हेयर वॉश के दौरान गर्दन को सहारा दें – तौलिया या कुशन से गर्दन के नीचे सपोर्ट लें।

  3. लंबे समय तक एक ही मुद्रा में न रहें – 2-3 मिनट से ज़्यादा पीछे झुकी स्थिति में सिर न रखें।

  4. घर पर हेयर वॉश का विकल्प अपनाएँ, यदि पहले स्ट्रोक या ब्लड प्रेशर की समस्या रही हो।

  5. पानी का तापमान और दबाव मध्यम रखें – बहुत ठंडा या गर्म पानी रक्त प्रवाह को प्रभावित कर सकता है।

घर पर सुरक्षित हेयर वॉश के उपाय
  • सिर धोने के लिए सिंक या बाथटब में झुककर आगे की ओर झुकें — इससे गर्दन पर दबाव नहीं पड़ता।

  • शैम्पू करते समय हल्के हाथों से मालिश करें, ज़्यादा खींचाव न दें।

  • यदि सर्वाइकल पेन या ब्लड सर्कुलेशन की समस्या है, तो डॉक्टर की सलाह के बिना पार्लर हेयर वॉश न कराएँ।

वास्तविक केस स्टडी

लंदन की एक 45 वर्षीय महिला की रिपोर्ट में बताया गया कि उसने पार्लर में हेयर वॉश कराया और कुछ घंटों बाद उसे चक्कर और उल्टी होने लगी। जांच में पता चला कि उसकी वर्टिब्रल आर्टरी में ब्लॉकेज हुआ था।
ऐसे ही एक केस अमेरिका के जर्नल ऑफ स्ट्रोक एंड सेरेब्रोवास्कुलर डिज़ीज़ में दर्ज किया गया, जहाँ डॉक्टरों ने इस स्थिति को "Beauty Parlour Stroke Syndrome" नाम दिया।

नतीजा

यह सिंड्रोम भले ही दुर्लभ (rare) है, लेकिन रोकथाम (prevention) पूरी तरह संभव है।
सिर्फ थोड़ा-सा ध्यान — सही एंगल, गर्दन का सपोर्ट और समय का ध्यान — आपकी सलून विज़िट को सुरक्षित बना सकता है।

निष्कर्ष

"सुंदर दिखने की चाह में स्वास्थ्य से समझौता न करें।"
हेयर वॉश का आनंद लें, लेकिन अपने शरीर के संकेतों को नज़रअंदाज़ न करें।
थोड़ी जागरूकता — एक बड़े खतरे से आपकी रक्षा कर सकती है।

स्रोत:
  • Journal of Stroke and Cerebrovascular Diseases (2024)

  • The BMJ Case Reports

  • All India Institute of Medical Sciences (AIIMS) Neurology Department observations

  • Times of India Health Desk, Oct 2025

Disclaimer

यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। इसमें दी गई जानकारी किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह (Medical Advice) नहीं है। किसी भी चिकित्सा निर्णय के लिए हमेशा अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श करें।

Subscribe to our newsletter

Get the latest Health news in your box.

Recent Posts

Stay Connected Follow Us

Related Stories

More Stories

Trending Tips